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एमपी में एक 6 साल का बच्चा बोरहोल में गिर गया और उसकी मौत हो गई

एमपी में एक 6 साल का बच्चा बोरहोल में गिर गया और उसकी मौत हो गई

मध्य प्रदेश के रीवा में 40 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद भी बोरवेल में गिरे बच्चे की जान नहीं बचाई जा सकी. संकरे गड्ढे में बच्चे के फंसे होने की वजह से उसे समय रहते बाहर नहीं निकाला जा सका. इसको लेकर जिले की डीएम प्रतिभा पाल ने कहा कि 40 घंटे के बचाव अभियान के बाद भी हम बच्चे को नहीं बचा पाए.

मध्य प्रदेश के रीवा में दो दिन पहले बोरवेल में गिरे 6 साल के मासूम मयंक को बचाया नहीं जा सका. उसकी मौत हो गई है. एक अधिकारी ने रविवार को बताया कि दो दिन पहले खुले बोरवेल में गिरे छह साल के बच्चे को कई एजेंसियों की अथक कोशिशों के बाद भी बचाया नहीं जा सका.

न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश की सीमा से सटे मनिका गांव में शुक्रवार दोपहर करीब तीन बजे बच्चा बोरवेल में उस वक्त गिर गया था जब वो वहां खेल रहा था. अधिकारियों ने पहले कहा था कि वह लगभग 40 फीट की गहराई में फंसा हुआ था.

जिस बोरवेल में बच्चा गिरा था वो हीरामणि मिश्र नाम के शख्स की खेत में था जहां हार्वेस्टर से गेंहू की कटाई की जा रही थी. उस बोरवेल को पानी के लिए खोदा गया था लेकिन उसमें पानी नहीं होने की वजह से उसे खुला छोड़ दिया गया था.

राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीईआरएफ), राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और स्थानीय प्रशासन की टीमें बच्चे को बोरवेल से बाहर निकालने के अभियान में लगी हुई थीं. बचाव दल ने 70 फीट गहरे बोरवेल में ऑक्सीजन पहुंचाई और उस तक पहुंचने के लिए समानांतर गड्ढे खोदे गए.ये भी पढ़ें : पहले पुलिस का नहीं कर रहा था मन फिर स्कूटी की डिग्गी चेक की तो उड़े होश

कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कहा कि 40 घंटे के बचाव अभियान के बाद रविवार को बच्चे का पता लगा लिया गया, लेकिन वह कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहा था. पाल ने घटनास्थल पर कहा, “बच्चे का पता सुबह करीब 8 बजे चला, हमने सभी प्रयास किए लेकिन बोरवेल बहुत संकरा होने के कारण बच्चे को नहीं बचा सके.” उन्होंने बताया कि शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है.

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