

कुणाल की हत्या के मामले में आरोपी लेडी डॉन जिकरा का पुराना अपराधिक इतिहास भी रहा है. सोशल मीडिया पर पिस्टल के साथ वीडियो शेयर करने पर पहले भी गिरफ्तार हो चुकी है.
गुरुवार (17 अप्रैल) को हुई कुणाल की हत्या के बाद कुणाल के घर से लेकर , मौके ए वारदात और इलाके में चारों तरफ भारी पुलिस बल को तैनात किया गया है. इलाके में शांति भंग ना हो, इसको लेकर पुलिस की तैनाती की गई है. यह पूरा मामला दो समुदाय से जुड़ा हुआ है.
शुक्रवार सुबह से भी कुणाल के परिजन इलाके में आरोपियों की फांसी की मांग कर रहे थे. इलाके के लोगों ने मिलकर प्रोटेस्ट मार्च किया और हिंदू पलायन का दावा किया. स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस प्रशासन इस तरह जो भी घटनाएं होती है, उसमें कुछ नहीं करती है.
शुक्रवार दोपहर तक प्रदर्शन इतना बढ़ गया कि कुणाल के परिजन और स्थानीय लोगों ने सीलमपुर में मेन रोड जाम कर दिया. काफी देर तक जाम रहने के बाद नॉर्थईस्ट एडिशनल डीपीएस संदीप लामा और एएसपी और भारी पुलिस बल के समझाने के बाद लोग सड़क किनारे प्रदर्शन के लिए पहुंच गए और ट्रैफिक के लिए खोल दिया गया. पूरे दिन सड़क किनारे प्रदर्शन करने के लिए परिजन और स्थानीय डटे रहे.
दिल्ली में बीजेपी की सरकार आने के बाद अब विपक्ष आरोप लगा रहा है कि दिल्ली में डबल इंजन की सरकार है, अब क्यों दिल्ली में इस तरह की घटनाएं हो रही है. इसके साथ ही का स्थानीय लोगों ने भी यह सवाल खड़ा किया कि दिल्ली में बीजेपी सरकार आने के बाद कुछ उम्मीदें जगी थी, लेकिन जिस तरह से घटनाएं हो रही है वह सवाल खड़े करता है.
दिल्ली पुलिस पर भी स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया है कि पुलिस प्रशासन इस तरह की घटनाओं में सख्त कार्रवाई नहीं करता है, इसकी कमी की वजह से इस तरह का मामला बढ़ता जा रहा है.
आरोपियों की गिरफ्तारी को लेकर दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का बयान भी सामने आया. इसके साथ ही बीजेपी विधायक रविंद्र नेगी भी इलाके में पहुंचे, पीड़ित परिवार से मिलकर घंटे भर के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी का आश्वासन दिया.
हालांकि कई घंटे बीत जाने के बाद भी आरोपियों की गिरफ्तार की कोई खबर ना आने पर फिर एक बार इलाके में माहौल तनावपूर्ण हो गया और परिजन फिर सीलमपुर में रोड पर आकर बैठ गए और ट्रैफिक जाम कर दिया.