CIBIL Score : 2025 में सिबिल स्कोर बढ़ाने का सबसे सरल तरीका…!

Haryana Update : अगर आप घर, कार या किसी भी ज़रूरत के लिए बैंक से लोन लेने की सोच रहे हैं, तो सबसे पहले बैंक आपके CIBIL स्कोर की जांच करता है। ये स्कोर तय करता है कि आप लोन के कितने योग्य हैं। CIBIL स्कोर 300 से 900 के बीच होता है, और अगर आपका स्कोर 750 से ऊपर है तो समझ लीजिए कि आपको लोन मिलने की संभावना काफी बढ़ जाती है। वहीं, अगर स्कोर कम है तो बैंक या तो लोन देने से मना कर देगा या फिर बहुत ज्यादा ब्याज दर पर लोन देगा।

CIBIL स्कोर असल में क्या है?

CIBIL यानी क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो इंडिया लिमिटेड एक ऐसी संस्था है, जिसे RBI से मान्यता प्राप्त है। ये संस्था सभी लोगों और कंपनियों के कर्ज से जुड़ी जानकारी इकट्ठा करती है और उसके आधार पर एक क्रेडिट स्कोर तैयार करती है। ये स्कोर इस बात का संकेत होता है कि आपने अब तक जितना भी लोन लिया है, उसे समय पर और सही तरीके से चुकाया है या नहीं।

कैसा स्कोर अच्छा और कैसा खराब माना जाता है?

अगर आपका स्कोर 300 से 600 के बीच है, तो इसका मतलब है कि आपने समय पर लोन नहीं चुकाया, जिससे आपकी वित्तीय साख कमजोर हो गई है। लेकिन अगर आपका स्कोर 750 से 900 के बीच है, तो इसका मतलब है कि आपने अपने सभी लोन और क्रेडिट कार्ड बिल समय पर चुकाए हैं।

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CIBIL स्कोर क्यों बिगड़ता है?

  • अगर आप हर महीने अपनी क्रेडिट लिमिट का 30% से ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो स्कोर गिर सकता है।

  • लोन की EMI या क्रेडिट कार्ड का बिल समय पर नहीं चुकाने से भी स्कोर खराब होता है।

  • अगर आपने कोई लोन समय पर नहीं चुकाया और डिफॉल्टर बन गए तो इसका सबसे बुरा असर स्कोर पर पड़ता है। ये खबर आप हिमाचल से में पढ़ रहे हैं।

क्या खराब स्कोर सुधारा जा सकता है?

हां, लेकिन इसके लिए आपको समय पर सभी बिल और EMI चुकाने होंगे। लोन चुकाने के बाद NOC लेना चाहिए और बैंक से सुनिश्चित करना चाहिए कि CIBIL रिपोर्ट में सही जानकारी अपडेट हो।

CIBIL स्कोर की निगरानी करना जरूरी है क्योंकि यही तय करता है कि आपको लोन मिलेगा या नहीं, और किस ब्याज पर मिलेगा। इसलिए इसे समय-समय पर चेक करते रहें और अच्छा स्कोर बनाए रखें।