नीतीश की कुर्सी पर मंडराते संकट के बादल छंट क्यों नहीं रहे? बिहार में चुनाव से पहले सियासी हलचल तेज!

Why are the clouds of crisis looming over Nitish's chair not clearing? Political stir intensifies in Bihar before electionsWhy are the clouds of crisis looming over Nitish's chair not clearing? Political stir intensifies in Bihar before elections

पटनाः बिहार में एनडीए की ओर से यह बार-बार दावा किया जा रहा है, नीतीश कुमार के नेतृत्व में ही विधानसभा चुनाव लड़ा जाएगा। बीजेपी की ओर से भी नीतीश कुमार के नेतृत्व में चुनाव मैदान में उतरने की बात कही जाती है, लेकिन मुख्यमंत्री के सवाल पर संसदीय बोर्ड के अप्रूवल की शर्त भी जोड़ देते हैं। ऐसे में नीतीश कुमार की कुर्सी पर खतरा से भी इनकार नहीं किया जा सकता है। बीजेपी के कई नेताओं के बयान से नीतीश की कुर्सी पर मंडराते खतरे के संकेत भी मिलते हैं। वहीं हाल में सीएम फेस को लेकर कराए गए एक सर्वेक्षण में भी नीतीश कुमार की लोकप्रियता में गिरावट दर्ज की गई है।

तेजस्वी पहले स्थान पर तो नीतीश कुमार तीसरे नंबर पर

बिहार में सीएम फेस को लेकर हुए सर्वे ने भी हलचल मचा दी है। सर्वे एजेंसी सी वोटर के ताजा सर्वे में लोगों ने मुख्यमंत्री पद के लिए अपना पसंदीदा चेहरा बताया है। इस सर्वे के अनुसार करीब 36 प्रतिशत लोगों ने तेजस्वी यादव को पहली पसंद बताया। जबकि जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर दूसरे नंबर है। उन्हें 17 प्रतिशत लोगों ने पंसद किया। जबकि नीतीश कुमार अब दूसरे से तीसरे नंबर पर आ गए। 15 प्रतिशत लोगों ने नीतीश कुमार को पहली पसंद बताया। सम्राट चौधरी के पक्ष में 13 और चिराग पासवान के पक्ष में 6 प्रतिशत लोगों ने वोट दिया।

हरियाणा के सीएम के बयान से मची खलबली

हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने एक कार्यक्रम में कहा था कि उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के नेतृत्व में बिहार चुनाव में बीजेपी विजय पताका फहराएगी। इस बयान के बाद जेडीयू नेता एक्टिव हुए, तो सम्राट चौधरी ने सफाई दी कि आने वाले चुनाव में नीतीश कुमार ही एनडीए का चेहरा हैं, और वो आगे भी सीएम बने रहेंगे।

निशांत कुमार का दावा- नीतीश कुमार 100 फीसदी फिट

बीजेपी नेताओं के बयानबाजी के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार भी मीडिया के सामने आए। उन्होंने दावा किया कि अमित अंकल (केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह) भी कह चुके हैं कि पिताजी (सीएम नीतीश) के नेतृत्व में ही चुनाव होगा और वो सीएम बने रहेंगे।

भारत रत्न, संसदीय बोर्ड में सहमति और उप प्रधानमंत्री की मांग

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 को लेकर बीजेपी नेता फिलहाल नीतीश कुमार को फिर से मुख्यमंत्री बनाने को लेकर कोई ठोस आश्वासन नहीं दे रहे हैं। दिलीप जायसवाल का भी कहना है कि नीतीश कुमार ही सीएम फेस होंगे, लेकिन अंतिम मुहर संसदीय बोर्ड ही लगाएगा। वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने नीतीश कुमार को उप प्रधानमंत्री बनाने का सुझाव दे डाला। जबकि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने नीतीश कुमार को भारत रत्न देने की मांग कर डाली।

अल्पसंख्यकों का भरोसा टूटा, महाराष्ट्र कार्ड खेलने की तैयारी!

राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि बीजेपी महाराष्ट्र की तरह बिहार में भी अपना मुख्यमंत्री बनाने का दांव खेल सकती है। हालांकि फिलहाल पार्टी में नीतीश कुमार के कद का कोई नेता नहीं है, लेकिन लव-कुश समीकरण के तहत सम्राट चौधरी के नाम को आगे बढ़ाया जा सकता है। वहीं नीतीश कुमार ने वक्फ बिल पर जिस तरह से संसद में बीजेपी का समर्थन किया, वैसे में मुस्लिम मतदाताओं का एक खेमा भी उनसे नाराज है, इसलिए फिलहाल जेडीयू के एनडीए से अलग होने की संभावना भी कम है।