

सुलतानपुर। पिता-पुत्र की हत्या के आरोपी अजय यादव ने मंगलवार की शाम पिस्टल से कनपटी पर गोली मारकर आत्महत्या कर ली। सूत्रों का कहना है कि घटना तब हुई, जब पुलिस भी हत्यारोपी के घर में पहुंच गई थी।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि पुलिस की टीमें जब अजय की तलाश का दावा कर रही थीं, तब वह आराम से घर तक कैसे पहुंच गया। इससे पुलिस की निगरानी व सक्रियता पर सवालिया निशान लग रहे हैं।
यह है पूरा मामला
जुड़ापट्टी के सहरी गांव में संपत्ति विवाद में काशीराम व पूर्व प्रधान सत्य प्रकाश की बीते रविवार की शाम गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। यह घटना काशीराम के छोटे बेटे ने ही की थी।
पुलिस इस मामले में मुकदमा दर्ज कर आरोपी अजय यादव की तलाश करने का दावा कर रही थी। सूत्रों का कहना है कि पुलिस की तलाश और घेराबंदी को धता बताकर अजय सोमवार की रात बुलेट से गांव आया।
घर से दो सौ मीटर दूर रेलवे लाइन के पास बुलेट खड़ी कर चहारदीवारी फांदकर घर में घुस गया। यह भी पता चला है कि अपने गुनाह पर पछतावा करते हुए वह छोटे भाई विजय यादव से लिपटकर खूब रोया।
बताया कि गांव के चार लोगों के उकसावे पर उसने घटना की।इस पर भाई ने उसे सरेंडर करने की नसीहत दी।पुलिस कहीं मार न दे, इस कारण वह सरेंडर करने से बचना चाह रहा था।दिनभर वह घर में छिपा रहा। ये खबर आप हिमाचल से में पढ़ रहे हैं। सुबह बुलेट मिलने पर पुलिस को संदेह हुआ तो आरोपी के घर के इर्द-गिर्द घेराबंदी की।
पीछे भागने की गुंजाइश नहीं थी
सूत्रों ने बताया कि शाम करीब पांच बजे पुलिस उसके घर में घुस गई। इस पर उसने कनपटी पर पिस्टल सटाकर गोली मार लेने की धमकी दी। जहां वह मौजूद था, वह गलियारा था। पीछे भागने की गुंजाइश नहीं थी। पकड़े जाने के डर से उसने खुद को गोली से उड़ा लिया। घटनास्थल से पिस्टल भी बरामद हुई है।
पुलिस अजय को लेकर सीएचसी पहुंची, जहां से मेडिकल कालेज एवं अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहां पहुंचने पर चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया। अपर पुलिस अधीक्षक अखंड प्रताप सिंह व सीओ बल्दीराय सौरभ सामंत, सर्विलांस टीम प्रभारी धीरेंद्र कुमार वर्मा, थानाध्यक्ष कूरेभार रवीन्द्र सिंह दल-बल के साथ मौजूद रहे। एसओ का कहना है कि इस मामले में उच्चाधिकारी बयान देंगे, लेकिन अजय ने आत्महत्या की है, यह स्पष्ट है।
पुलिस ने घर में लगा रखा था ताला
पुलिस ने हत्यारोपी के घर में पहले से ही ताला बंद कर दिया था, लेकिन निगरानी की सुध नहीं आई। इसी का फायदा उठाकर वह घर तक पहुंच गया। ऐसे में पीड़ित परिवार के साथ और भी अनहोनी हो सकती थी।
पत्नी व रिश्तेदारों को भेजा जा चुका है जेल
हत्यारोपी की मदद व पुलिस टीम पर हमले के आरोप में पुलिस अजय की पत्नी सुनीता व साला अरविंद यादव ,साढू अमर बहादुर यादव को पहले ही जेल भेज चुकी है। साथ ही आरोपी के पुत्रों अभय यादव, आदित्य यादव को ननिहाल भेज दिया।
अब कौन बनेगा बेटों का पालनहार
अजय ने खुदकुशी कर ली। उसकी पत्नी जेल में है। ऐसे में 14 वर्षीय अभय व नौ साल के आदित्य का पालनहार कौन बनेगा, यह यक्ष प्रश्न है।