
इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) आगामी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) चक्र से पॉइंट सिस्टम में अहम बदलाव करने पर विचार कर रही है। ‘द गार्जियन’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, ICC अब रग्बी यूनियन की तर्ज पर जीत के अंतर और विरोधी टीम की ताकत के आधार पर बोनस अंक देने वाला सिस्टम लाने की योजना बना रही है। इस पाइंट सिस्टम के तहत विपक्षी टीम के मैदान पर जीतने पर अतिरिक्त पॉइंट दिए जाएंगे।
जून में शुरू होगा अगला WTC चक्र
नया WTC चक्र इस साल जून में भारत के इंग्लैंड दौरे से शुरू होगा। इससे कुछ समय पहले लॉर्ड्स में साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बीच 2023-2025 WTC फाइनल खेला जाएगा। वर्तमान में हर टेस्ट मैच में जीत पर 12, टाई पर 6 और ड्रॉ पर 4 अंक दिए जाते हैं। इस पाइंट सिस्टम की आलोचना इसलिए भी हो रही है क्योंकि इससे भारत, इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमों को नुकसान होता है। ये टीमें आपस में अधिक मैच खेलती हैं, जिससे एक-दूसरे को ज्यादा नुकसान होता है, जबकि कुछ टीमें सीमित मैचों में अपेक्षाकृत आसान विरोधियों से जीतकर आगे बढ़ जाती हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, इस बार साउथ अफ्रीका के फाइनल में पहुंचने को लेकर सवाल उठे हैं क्योंकि उन्होंने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोई टेस्ट नहीं खेला। इसके बावजूद उन्होंने वेस्टइंडीज, बांग्लादेश और श्रीलंका के खिलाफ जीत और भारत के खिलाफ एक ड्रॉ के जरिए जरूरी अंक जुटा लिए।
दो टियर के प्रस्ताव पर अभी मतदान नहीं
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि धीमी ओवर गति (ओवर रेट) के कारण टीमों को भारी नुकसान उठाना पड़ा है। मौजूदा चक्र में 9 में से 6 टीमों पर पेनल्टी लगी है। इंग्लैंड को सबसे ज्यादा नुकसान हुआ, जिन्होंने 22 अंक गंवाए और छठे स्थान पर रहे। हालांकि उनका जीत प्रतिशत 51.5% था, जो साउथ अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया के बाद तीसरा सर्वश्रेष्ठ रहा।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ICC फिलहाल टेस्ट क्रिकेट को दो टियर में बांटने करने की योजना को रोक सकता है और एकल लीग WTC फॉर्मेट को जारी रख सकता है। रिपोर्ट में कहा गया कि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के दो टियर के प्रस्ताव पर मतदान नहीं होगा। इसमें कहा गया है कि ICC को दो टियर सिस्टम के खेल और वित्तीय प्रभावों को समझने के लिए और समय चाहिए और यह प्रस्ताव 2027-2029 WTC चक्र से पहले एजेंडे में हो सकता है।
(PTI Inputs)