दोस्त बना दुश्मन: हैदराबाद की जीत पर किशोर ने चलाई गोली, मेडिकल छात्र की मौत..!

मेरठ/नई दिल्ली। मेरठ में आईपीएल मैच में सनराइजर्स हैदराबाद की जीत के बाद में एक छात्र ने खुशी के मारे अपने दादा की बंदूक से गोली चला दी , जो पास बैठे मैच देख रहे एक मेडिकल छात्र के सिर पर जाकर लग गई। जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई।

दोस्त बना दुश्मन

बताया जा रहा है कि यह घटना परीक्षितगढ़ थाने के खजूरी गांव की है। गोली की आवाज सुनते ही पड़ोसी दौड़कर मौके पर पहुंच गए। उन्होंने देखा कि खून से लथपथ लाश पड़ी हुई थी। जिस छात्र ने गोली चलाई थी, वह डर के मारे बेहोश हो गया। पुलिस और फोरेंसिक टीम ने मौके पर पहुंचकर जांच करना शुरू किया। छात्र को होश में आने के बाद तुरंत ही पुलिस थाने ले जाया गया। उससे पूछताछ भी की जा रही है।

मैच की खुशी में हुई मौत

छात्रा के दादा और उनका परिवार शनिवार को एक साथ शादी समारोह में गए हुए थे। पंजाब किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद का मैच देखने के कारण से पोता घर पर ही रुक गया था। इस दौरान उसका पड़ोसी दोस्त मोहम्मद कैफ भी आ गया था। दोनों ही बड़ी तल्लीनता से मैच देख रहे थे। हैदराबाद जब मैच जीत चुका था तो लड़के ने खुशी के मारे अपने दादा की लाइसेंसी बंदूक उठाकर चला दी। जो कि उसके पास बैठे दोस्त के सिर पर जाकर लग गई,थी, जिससे उसकी मौत हो गई।

आस-पास का घर सील

घर पर देखा तो आरोपी किशोर घर के बाहर ही बेहोश पड़ा हुआ था। कमरे के अंदर मोहम्मद कैफ का शव खून से लथपथ हुआ पड़ा था। किशोर के आसपास के पड़ोसियों को जैसे ही सूचना मिली,वो तुरंत ही वहां पर पहुंच गए। लोगों ने पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। साथ ही पुलिस ने आसपास का पूरा घर सील कर दिया।

मोहम्मद कैफ के पिता किसान हैं

मोहम्मद कैफ के पिता जलीस पेशे से किसान हैं। वे गांव में ही परचून की दुकान चलाते हैं। मोहम्मद कैफ पांच भाई-बहनों में सबसे छोटा था। वह किठौर के बालाजी कॉलेज से डी-फार्मा कर रहा था। मोहम्मद कैफ को क्रिकेट का भी काफी शौक था। वह अपने दोस्तों के साथ क्रिकेट भी बहुत ही खेलता था। ग्रामीणों के मुताबिक, वह काफी अच्छा ऑलराउंडर था। आसपास के गांवों और कस्बों में भी मैच खेलने जाता था। आरोपी किशोर छात्र भी क्रिकेट का बहुत ही शौकीन है। क्रिकेट देखने के कारण से वह अपने परिवार के साथ शादी में नहीं गया था।

प्रारंभिक जांच

एसपी देहात राकेश कुमार मिश्रा के अनुसार बताया गया है कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दोनों छात्र अच्छे दोस्त थे। लेकिन मज़ाक-मज़ाक में किशोर से गोली चल गई। आरोपी किशोर से पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने बंदूक को कब्जे में ले लिया गया है। बंदूक का लाइसेंस रिफाकत अली के नाम पर है, जिसे निरस्त किया जाएगा।

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