
IPL 2025 के 17वें मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और दिल्ली कैपिटल्स (DC) के बीच टक्कर हुई। चेन्नई के गढ़ चेपॉक में खेले गए इस मैच में दिल्ली कैपिटल्स ने 25 रनों से जीत दर्ज की। इस तरह दिल्ली कैपिटल्स ने जीत की हैट्रिक लगाई। बता दें, दिल्ली को लगभग 15 साल बाद चेन्नई के घर में जीत हासिल हुई है।
पहले बल्लेबाजी करते हुए दिल्ली कैपिटल्स ने केएल राहुल के अर्धशतक की बदौलत 20 ओवर में 6 विकेट खोकर 183 रनों का स्कोर खड़ा किया। इसके जवाब में चेन्नई सुपर किंग्स की टीम 20 ओवर में 5 विकेट पर सिर्फ 158 रन ही बना सकी। पूर्व कप्तान एमएस धोनी और विजय शंकर ने टीम को जीत दिलाने की पूरी कोशिश की लेकिन दिल्ली के गेंदबाजों ने कसी हुई गेंदबाजी ने CSK फैंस की उम्मीदों पर पानी फेर दिया। यही वजह रही कि चेन्नई की टीम दिल्ली के स्कोर से 25 रन दूर रह गई। धोनी 26 गेंदों पर 30 रन बनाकर नाबाद लौटे। इस पारी के दौरान धोनी के नाम एक शर्मनाक रिकॉर्ड दर्ज हो गया।
धोनी के नाम हुआ खराब रिकॉर्ड
दरअसल, एमएस धोनी उस वक्त बल्लेबाजी करने आए जब चेन्नई के 5 बल्लेबाज 11 ओवर के भीतर 74 रन के स्कोर पर पवेलियन लौट चुके थे। धोनी ने विजय शंकर के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाने का काम किया। हालांकि, धोनी का आगाज बेहद धीमा रहा। उन्हें पहली बाउंड्री हासिल करने में ही 19 गेंद लग गई। उन्होंने 19वीं गेंद पर अपना पहला चौका जड़ा। इस तरह वह IPL 2025 में पहली बाउंड्री जड़ने के लिए सबसे ज्यादा गेंद खर्च करने वाले बल्लेबाज बन गए। धोनी ने अपनी 30 रनों की पारी में सिर्फ एक चौका और छक्का लगाया।
धोनी और शंकर ने तोड़ा पार्टनरशिप का रिकॉर्ड
धोनी ने शर्मनाक रिकॉर्ड के साथ-साथ एक बड़ा रिकॉर्ड भी बनाया। धोनी ने विजय शंकर के साथ मिलकर 84 रनों की साझेदारी की। ये 84 रन की साझेदारी IPL में छठे विकेट के लिए चेन्नई सुपर किंग्स की तरफ से सबसे बड़ी साझेदारी है। इससे पहले ये रिकॉर्ड माइकल हसी और एस बद्रीनाथ के नाम था। दोनों के बीच तब 73 रनों की साझेदारी हुई थी। अब इस रिकॉर्ड को धोनी और शंकर की जोड़ी ने ध्वस्त कर दिया है। विजय शंकर ने 69 रनों की पारी खेली। धोनी की तरह शंकर भी नाबाद लौटे।
धोनी और शंकर रिकॉर्ड तोड़ साझेदारी के बावजूद चेन्नई को जीत दिलाने में नाकाम रहे। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि चेन्नई की टीम लक्ष्य का पीछा करने में कितनी ज्यादा प्रेशर में आ जाती है। आपको जानकर हैरानी होगी कि साल 2019 के बाद से 180+ रनों के टारगेट का पीछा करते हुए चेन्नई की ये 10वीं हार है।