दूल्हे ने बनाया खाटू श्याम दर्शन का प्लान, दुल्हन ने कहा – ‘मैं तो हनीमून…’, फिर जो हुआ, नहीं होगा विश्वास….!

The groom made a plan to visit Khatu Shyam, the bride said - 'I am on my honeymoon...', you won't believe what happened nextThe groom made a plan to visit Khatu Shyam, the bride said - 'I am on my honeymoon...', you won't believe what happened next

औरैया. औरैया में हुए दिलीप यादव हत्याकांड में नए-नए खुलासे हो रहे हैं. दुल्हन प्रगति यादव की शादी 5 मार्च को दिलीप यादव से हुई थी. दिलीप यादव मैनपुरी के भोगांव थाना के नगला दीपा का रहने वाला था. शादी के 15 दिन बाद प्रगति ने अपने प्रेमी अनुराग के साथ पति की सुपारी दे दी. प्रगति फफूंद के सियारपुर की रहने वाली थी.

सुपारी दो लाख रुपये में तय हुई थी. प्रगति ने शगुन की निशानी, जेवर बेचकर 1 लाख रुपये एडवांस दिए थे. इस मामले में तीनों आरोपी प्रगति यादव पत्नी अनुराग यादव प्रेमी और सुपारी किलर रामजीनागर को पुलिस पहले ही 24 मार्च को जेल भेज चुकी है. हत्याकांड में शामिल दो बदमाशों को शॉर्ट एनकाउंटर के बाद पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बदमाशों की पहचान दुर्लभ उर्फ पिंटू यादव और शिवम यादव के रूप में हुई. दोनों बदमाशों पर 25-25 हजार रुपए का इनाम था.

जांच में सामने आया कि कारोबारी दिलीप यादव अपनी पत्नी प्रगति के साथ खाटू श्याम के दर्शन के साथ हनीमून जाना चाहता था. इसी बीच होली का त्योहार आ गया. बहू की पहली होली मायके में होती है. ऐसे में त्योहार से पहले प्रगति का मायके में रहना जरूरी था. दिलीप ने अपनी प्लानिंग बदल दी. इसी बीच, प्रगति यादव 10 मार्च को मायके लौट आई और प्रेमी अनुराग के साथ पति की हत्या की प्लानिंग बना डाली.

शादी के पहले दिलीप से भी मिलती थी प्रगति
प्रगति की बड़ी बहन पारुल यादव की शादी दिलीप के बड़े भाई संदीप यादव से 2019 में हुई थी. प्रगति दिलीप के बड़े भाई संजय की साली थी. इस नाते दिलीप भी उससे हंसी-मजाक करता था. दोनों के बीच दोस्ती हो गई. छह साल तक दोनों का कई बार पारिवारिक कार्यक्रमों में मिलना-जुलना हुआ. वह दिबियापुर के सेहुद से लेकर मैनपुरी तक आती-जाती थी और संदीप यादव से मिलती थी. दिलीप ने प्रगति के सामने शादी का प्रस्ताव रखा तो उसने स्वीकार कर लिया. हालांकि दिलीप के परिजनों ने इस रिश्ते का शुरुआत में विरोध किया था.

प्रगति की बड़ी बहन और जीजा नहीं थे शादी के पक्ष में
प्रगति की बड़ी बहन पारुल और जीजा संदीप इस शादी के पक्ष में नहीं थे. दोनों की जिद पर 5 मार्च को दिबियापुर के एक गेस्ट हाउस में शादी हुई. शादी के 15 दिन बाद प्रगति ने अपना सुहाग उजाड़ लिया. प्रगति मायके लौटी और अनुराग से 17 मार्च को एक होटल में मिली. पति दिलीप को रास्ते से हटाने का प्लान बनाया.

प्रगति ने दिलीप को प्रेमजाल में फंसाया
माना जा रहा है कि प्रगति ने जानबूझकर दिलीप को प्रेमजाल में फंसाया. दिलीप के परिवार की गिनती इलाके के धनाड्य परिवारों में होती थी. प्रगति दिल्ली की मौत के बाद उसकी संपत्ति से प्रेमी अनुराग के साथ लग्जरी लाइफ जीना चाहती थी. पति की मौत की सूचना मिलने पर प्रगति दहाड़ मारकर रोने लगी थी. किसी को इसका अंदाजा भी नहीं था घर में गुमसुम रहने वाली प्रगति के इरादे इतने खतरनाक हो सकते हैं. दिलीप का परिवार अभी भी सदमे में है.