Himachal Se – (Gold Price Today) आज 1 जनवरी 2025 को सोने के भाव में थोड़ी राहत मिली है। सोने का दाम 450 रुपये तक सस्ता हुआ है। बुधवार को 31 दिसंबर 2024 मंगलवार की तुलना में सोने की कीमत में गिरावट देखी गई। देश के कई शहरों में 24 कैरेट सोने का रेट (sone ke taaza daam) लगभग 77,600 रुपये चल रहा है, जबकि 22 कैरेट सोना 71,200 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है। यदि आप अपने शहर में सोने का भाव जानना चाहते हैं, तो ज़रूर चेक करें। यह स्थिरता निवेशकों के लिए लाभदायक हो सकती है। (Gold latest price update)
1 जनवरी 2025 को सस्ती हुई चांदी-
देश में चांदी का एक किलोग्राम दाम अब 90,500 रुपये है, जबकि कल यह 92,500 रुपये पर कारोबार कर रहा था। नए साल के दिन चांदी की कीमत (chandi ki kimat) में 2,000 रुपये प्रति किलोग्राम की गिरावट आई है। इस गिरावट ने निवेशकों और सोने के बाजार में हलचल मचा दी है। चांदी की कीमतों (silver price update) में यह उतार-चढ़ाव आर्थिक परिस्थितियों और मांग-आपूर्ति के आधार पर हो रहा है।
आगे कैसी रहेगी सोने की चाल?
नए साल में सोने की कीमतों में तेजी की संभावना जताई जा रही है। विशेषज्ञों का मानना है कि रुपये की कमजोरी, रूस-यूक्रेन युद्ध, और पश्चिम एशिया में तनाव के चलते सोने की मांग में वृद्धि हो रही है। निवेशकों की सुरक्षित विकल्पों में रुचि और ज्वैलर्स की बढ़ती खरीदारी (Increasing purchases of jewelers) भी कीमतों को प्रभावित कर रही है। इसके अलावा, डॉलर की मजबूती और केंद्रीय बैंकों (Central Bank) की नीतिगत बदलावों के कारण बाजार में उतार-चढ़ाव की संभावना बनी हुई है। इन सभी कारकों के चलते आने वाले दिनों में सोने की कीमतें (Sone ki keematein) ऊंचाई छू सकती हैं।
1 जनवरी 2025 को ये रहा सोने का रेट-
शहर का नाम- 22 कैरेट गोल्ड रेट – 24 कैरेट गोल्ड रेट-
दिल्ली 71,250 77,710
नोएडा 71,250 77,710
गाजियाबाद 71,250 77,710
जयपुर 71,250 77,710
गुड़गांव 71,250 77,710
लखनऊ 71,250 77,710
मुंबई 71,100 77,560
कोलकाता 71,100 77,560
पटना 71,150 77,610
अहमदाबाद 71,150 77,610
भुवनेश्वर 71,100 77,560
बेंगलुरु 71,100 77,560
देश में कैसे तय होती है सोने की कीमत?
सोने की कीमतों पर कई कारक प्रभाव डालते हैं, जैसे लोकल डिमांड, अमेरिका की आर्थिक स्थिति, फेडरल रिजर्व की ब्याज दरें और इंटरनेशनल मार्केट (International Market)। जब अमेरिका की अर्थव्यवस्था कमजोर होती है या ब्याज दरें कम होती हैं, तो निवेशक सोने जैसे सुरक्षित संपत्तियों की ओर बढ़ते हैं। इसके अलावा, वैश्विक बाजार में सोने की मांग (Demand for gold in the global market) और आपूर्ति भी कीमतों को प्रभावित करती है। इन सभी कारणों से आने वाले समय में सोने के दाम (sone ke taaza daam) बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।