My Job Alarm – (Richest village in India) बातों में जब भी गांव का जिक्र आए तो आपके मन में कच्ची सड़कों, बड़े-बड़े कच्चे घरों अभाव वाली जिंदगी का ख्याल आने लगता है। लेकिन अगर हम कहें कि एक गांव में आपको सारी जरूरत की सुविधाएं, बैंक, पार्क आदि सब सुविधाएं मिलेंगी तो क्या आप यकीन कर पाएंगे। आपको बता दें कि अब भारत देश तरक्की की राहों पर है। भारत की सूरत अब पहले जैसी नही रह गई है। आज से 20 साल पहले और अब की भारत की दशा में बहुत दिन रात का अंतर आ गया है। हमारे देश में अब रूरल इलाकों की दशा बहुत सुधर गई है। अब भारत में ऐसे-ऐसे गांव विकसित हो गए है जो अमीरी के मामले में बाकी देशों के गांव (richest village) को पीछे छोड़ रहे है।
ऐसे में हम आपको आज ऐसे गांव के बारे में बताने वाले है जो कि भारत का सबसे अमीर गांव (Richest village in India) है और इतना ही नही ये एशिया के सबसे अमीर गांव भी है। एशिया का सबसे अमीर गांव जापान या चीन में नहीं बल्कि भारत में ही स्थित है। यह गांव गुजरात में स्थित है जिसका नाम है माधापुर । इस गांव में कुल 32,000 लोग रहते हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि इस गांव के लोगों ने 7000 करोड़ रुपये की एफडी (fixed deposit) करवाई हुई है।
कहां है ये गांव
इस गांव की लोकेलिटी की बात करें तो ये भुज के बाहरी इलाके में स्थित है। इतना ही नही ये गांव सुविधाओं से लैस है। यहां आपको देश के हर बड़े बैंक की ब्रांच मिल जाएगी। इस गांव की अमीरी का राज (The secret of village richness) इसके बाशिंदों के वे परिचित हैं जो विदेशों में रहते हैं। वह जहां रहते हैं वहां पैसा जमा करने की बजाय वापस अपने गांव में भेज देते हैं। यह पटेल बहुत गांव हैं। गुजरात के पटेल दुनियाभर में फैले अपने बिजनेस के लिए जाने जाते हैं। ये विदेशों में कमाकर अपने देश की आर्थिक स्थिति को मजबूत कर रहे है। इन्ही के बदौलत ये गांव आज एशिया का सबसे अमीर गांव (Asia’s richest village) बना है।
माधापुर गांव में मिलती है ये सारी सुविधाएं
गांव में एक बड़े बैंक के ब्रांच मैनेजर ने जानकारी देते हुए बताया है कि , “बड़ी जमाराशि ने इसे समृद्ध बनाया है। इसमें पानी, स्वच्छता और सड़क जैसी सभी बुनियादी सुविधाएं हैं। यहां बंगले, सरकारी और निजी स्कूल, झीलें और मंदिर हैं।” मधापुर में लगभग 20,000 घर हैं, जिनमें से लगभग 1,200 परिवार विदेश में रहते हैं। पैसों ज्यादा होने के कारण वह गांव में स्कूल, कॉलेज, स्वास्थ्य केंद्र, बांध, मंदिर और झीलें विकसित करने में सक्षम हैं।
उन्होंने लंदन में मधापुर विलेज एसोसिएशन की स्थापना भी की (reason of madhapur richness) है, जिसका उद्देश्य खुद को जोड़ना और विदेश में अपने गांव की छवि को बेहतर बनाना है। कुल मिलकार आपको इस गांव में गांव जैसी कोई फीलिंग ही नही आने वाली है। आपको यहां हर एक सुविधा मिलेगी जो कि आमतौर पर व्यक्ति को चाहिए होती है।
क्या है इतने पैसों का राज
अधिकतर लोगों के मन में ये सवाल उठ रहे है कि कि आखिरइस गांव के इतना अमीर होने का आखिर राज क्या है। ऐसा इसलिए है क्योंकि गांव के अधिकांश लोग अफ्रीकी देशों में रहते हैं और वहां के कंस्ट्रक्शन बिजनेस को डॉमिनेट (construction business) करते हैं। कई ग्रामीणों के परिवार के लोग अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भी रहते हैं। विदेश में रहने के बावजूद, ये लोग अभी भी अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं और अपने गांव में परिवर्तन ला रहे हैं।
इस गांव पर जारी रिपोर्ट के अनुसार जिला पंचायत की पूर्व अध्यक्ष ने बताया है, “कई ग्रामीण विदेश में रहते (villagers living abroad) हैं और काम करते हैं, लेकिन वे अपने गाँव से जुड़े रहते हैं और अपने पैसे को जहाँ वे रहते हैं, वहाँ रखने के बजाय यहाँ के बैंकों में रखना पसंद करते हैं।”